हिन्दी दिवस प्रतियोगिता - मां कौशल्या की गौरव गाथा 20-Sep-2022
#हिन्दी दिवस प्रतियोगिता
शीर्षक *"मां कौशल्या की गौरव गाथा "*
इक नारी की गौरव गाथा
गाते आज तराने में ।
मां कौशल्या का यश फैला,
देखो आज ज़माने में ।
1.सुकौशल अमृत प्रभा की पुत्री,
कुशल देश अवतरण लिया ।
धैर्यवान बन धर्म का पालन,
कर्तव्य मार्ग का वरण किया ।
संस्कारों को किया सुपोषित,
देश का मान बढ़ाने में ।
2.महाराजा दशरथ की महारानी,
कैकेई सुमित्रा का बढ़ाया मान ।
श्रीराम प्रभु की माता बनकर,
ममता का करते गुणगान ।
भेज दिया वनवास पुत्र को,
पतिधर्म अपना निभाने में।
3.लक्ष्मण भरत शत्रुघ्न को ,
ममत्त्व का वरदान दिया ।
माता हो कौशल्या जैसी,
जनमानस ने सम्मान दिया।
होती मैं कृतकृत्य आज,
सम्मान में शीश झुकाने में ।
रचनाकार*
डॉ. दीप्ति गौड़ "दीप"
कवयित्री
ग्वालियर, मध्यप्रदेश
(वर्ल्ड रिकॉर्ड पार्टिसिपेंट)
सर्वांगीण दक्षता हेतु राष्ट्रपति भवन नई दिल्ली की ओर से भारत के भूतपूर्व राष्ट्रपति महामहिम स्व. डॉ. शंकर दयाल शर्मा स्मृति स्वर्ण पदक,विशिष्ट प्रतिभा सम्पन्न शिक्षक के रूप में राज्यपाल अवार्ड से सम्मानित।
Shashank मणि Yadava 'सनम'
25-Sep-2022 05:51 PM
बहुत ही सुंदर और सजीव चित्रण
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Gunjan Kamal
22-Sep-2022 02:54 PM
शानदार
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आँचल सोनी 'हिया'
22-Sep-2022 01:13 AM
Achha likha hai 💐
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